भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस की भूमिका: ग्रॉक एआई ने फिर से छेड़ा विवाद
हाल ही में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका को लेकर एक पुराना विवाद फिर से चर्चा में आ गया है। इस बार यह विवाद एक नए और अप्रत्याशित कारण से शुरू हुआ है - एलन मस्क की कंपनी द्वारा विकसित एक एआई टूल, ग्रॉक एआई। ग्रॉक एआई के जवाबों ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है, और इस विवाद का केंद्र बिंदु बन गया है।
सवाल यह है कि क्या आरएसएस ने भारत की आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका निभाई थी या नहीं?
ग्रॉक एआई ने क्या कहा?
ग्रॉक एआई से जब यह सवाल पूछा गया कि "क्या आरएसएस ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था?" तो इसका जवाब था:
"आरएसएस का भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत कम या नगण्य योगदान था।
" ग्रॉक के अनुसार, आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार ने व्यक्तिगत रूप से कुछ विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया, लेकिन संगठन के तौर पर आरएसएस ने स्वतंत्रता आंदोलन से दूरी बनाए रखी।
- आरएसएस ने हिंदू राष्ट्रवाद पर ध्यान केंद्रित किया, और इसके नेता जैसे एम.एस. गोलवलकर ने स्वतंत्रता आंदोलन को "अंग्रेज विरोधी" बताया, जो उनके हिंदू राष्ट्र के सपने से मेल नहीं खाता था।
- हालांकि, कुछ आरएसएस सदस्यों ने स्वतंत्रता सेनानियों को सुरक्षित ठिकाने मुहैया कराए, लेकिन यह सिर्फ इसलिए क्योंकि वे खुद अंग्रेजों की नजर में नहीं थे।
ग्रॉक ने अपने जवाब में 2020 के इंडियन कल्चरल फोरम के एक लेख को स्रोत के तौर पर भी उल्लेख किया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
ग्रॉक एआई के इस जवाब ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया। कई लोगों ने ग्रॉक से अलग-अलग सवाल पूछे, और इस विषय पर चर्चा तेज हो गई। कुछ प्रमुख सवाल और ग्रॉक के जवाब इस प्रकार थे:
1. गांधीजी की भूमिका क्या थी?
ग्रॉक ने कहा कि महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे, जिन्होंने अहिंसक आंदोलनों जैसे असहयोग आंदोलन (1920-1922), सविनय अवज्ञा आंदोलन, और भारत छोड़ो आंदोलन (1942) का नेतृत्व किया।
2. आरएसएस क्या अंग्रेजों के पक्ष में था?
ग्रॉक ने कहा कि आरएसएस ने आधिकारिक तौर पर स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका नहीं निभाई, और इसके कुछ सदस्यों ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया। संगठन ने मुख्यधारा के आंदोलन को समर्थन नहीं दिया, और इसके कार्यों से ब्रिटिश शासन को मंजूरी मिली।
3.बाबासाहेब अंबेडकर की भूमिका क्या थी?
ग्रॉक ने कहा कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने स्वतंत्रता संग्राम में जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता दी। उनका मानना था कि जाति व्यवस्था ब्रिटिश शासन से भी ज्यादा खतरनाक है।
ग्रॉक एआई कैसे काम करता है?
ग्रॉक एआई एक एआई टूल है, जो खुले स्रोतों (ओपन सोर्स) से जानकारी इकट्ठा करता है और उसे सरल भाषा में प्रस्तुत करता है। यह चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे अन्य एआई टूल्स की तरह ही काम करता है। हालांकि, ग्रॉक खुद मानता है कि यह अभी सीख रहा है और इसके जवाब हमेशा सही नहीं हो सकते।
सरकार की प्रतिक्रिया क्या होगी?
ग्रॉक एआई के इन जवाबों ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। अब सवाल यह है कि क्या भारत सरकार इस मामले में कोई प्रतिक्रिया देगी? पहले भी सरकार ने टेक प्लेटफॉर्म्स को गलत जानकारी देने के लिए चेतावनी दी है। क्या सरकार एलन मस्क की कंपनी को इस मामले में कुछ कहने के लिए मजबूर करेगी?
एलन मस्क भारत में अपने स्टारलिंक इंटरनेट सर्विस और टेस्ला कारों को लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह विवाद उनकी योजनाओं को प्रभावित करेगा।
निष्कर्ष
ग्रॉक एआई के जवाबों ने एक बार फिर आरएसएस की भूमिका को लेकर बहस छेड़ दी है। यह सवाल अब सिर्फ इतिहास तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया और सरकारी प्रतिक्रियाओं का मामला बन गया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है।
तब तक के लिए, यही कहा जा सकता है कि इतिहास और तकनीक का यह संगम हमें नए सवालों और चुनौतियों के साथ छोड़ गया है।
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